October 29, 2025

ट्रक यूनियन महासंघ ने ऊना में निकाली जन आक्रोश रैली

0
ट्रक यूनियन महासंघ ने ऊना में निकाली जन आक्रोश रैली

ट्रक यूनियन ऊना की तरफ से मांगों को लेकर बडे़ स्तर पर हल्ला बोल जन आक्रोश रैली निकाली गई। जिसमें जिला के सभी पांचों विस क्षेत्रों के सैंकड़ों ट्रक, टैंपो, कैंटर समेत अन्य ट्रांस्पोर्ट यूनियनों यूनियनों से जुड़े ट्रक मालिकों, चालक, परिचालक समेत इनके कार्य से जुड़े लोगों ने भाग लिया। रोष रैली के दौरान महासंघ अपनी कई ज्वलंत मांगों के संबंध में हाथों में तख्तियां लेकर ट्रक संघ के लोग शांतिपूर्वक ढंग से रैली निकाली। जोकि ट्रक यूनियन ऊना से शुरू होकर पूरे शहर से हाेते हुए मिनी सचिवालय परिसर में पहुंची। यहां पर करीब एक आधे घंटे तक ट्रक महासंघ के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर अपने विचार रखे। उसके बाद महासंघ की तरफ से एक मांग पत्र का ज्ञापन उपायुक्त राघव शर्मा के माध्यम से सरकार को भेजा। जिला ऊना ट्रक महासंघ के प्रधान सतीश गोगी ने कहा कि उनकी ट्रक यूनियन ट्रांस्पाेर्ट सोसायटी हैं। सभी की बैठक संयुक्त बैठक की। हमारे हालत खराब हैं।सरकार के समक्ष कई बार अपनी मांगों को उठाया गया कि इस महासंघ की मांगों की तरफ से उचित ध्यान दिया जाए। महज हमारे वर्ग को सरकार ने आश्वासन दिया। लेकिन प्रदेश सरकार की तरफ से उनके हितों को लेकर नीति नहीं बनाई। जब बार-बार आग्रह करने पर बात नहीं बनी तो अब मजबूरन जन आक्रोश रैली निकालनी पड़ी। उन्होंने कहा कि एक तरफ उद्योगों के संचालक माननीय उच्च् न्यायालय में जाते हैं और वहां पर एक तरफ पक्ष रखकर ट्रक यूनियन को कहतें हैं कि हमें आपकी जरुरत नहीं हैं। हम लोगों ने रोजगार की आस में अपनी जमीनों को उद्योगपतियों को दिया। उन उद्योगों का प्रदूर्षण व धुआं झेल रहे हैं। बावजूद इसके उद्योगपति ट्रक यूनियनों को काम देने की बजाए, बाहर के ट्रकों को काम दे रहे है और हम लोगों के ट्रक बेकार खड़े हैं। उन्होंने कहा कि उद्योगों का प्रदूर्षण हम स्थानीय लोग झेलें और कामकाज बाहर के ट्रकों को दिया जाए। इसे कदापि सहन नहीं किया जाएगा। इससे हम लोगों को जीवन-यापन करने में काफी दिक्कत हो रही है। सरकार को हम लोगों ने बार-बार आग्रह किया कि सरकार को चाहिए कि हम लोगों के लिए ठोस नीति बनाई जाए। अगर सरकार हमारी आवाज को नहीं सुनती है तो प्रदेश स्तर पर रैली निकाली जाएगी और अपने ट्रकों को खड़ा कर दिया जाएगा। हमें अब कुछ नहीं बच रहा है। यह पूरे जिला के मालिका, चालक, परिचालक, समेत काफी लोग शामिल हुए। वहीं मैहतपुर यूनियन के प्रधान अविनाश मनन ने कहा कि हमारी मुख्ख् मारंगों ट्रांस्पोर्ट सोसायटी के लिए नीति बनाई जाए, ताकि टकराव की स्थिति पैदा ना हो सके। उद्योगपतियों के कारण ही एक-एक प्रधान पर दस-दस मामले पुलिस थाना व चौकियों में दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पहले वह मुख्यमंत्री व सरकार तक पहुंचे लेकिन आज अपने लोगों के साथ जनता के द्वार में हैं। रकार रोड टैक्स व टोकन टैक्स एक जगह कर दिया है। इसमें राहत प्रदान की जाए और पैन्लटी व जुर्माना भी एकमुश्त माफ किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो सुविधा कार चालकों को एंटरी टैक्स माफ की दी है वही सुविध ट्रकों को भी जाए। सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द ट्रांस्पोर्ट साेसायटी यूनियनों के लिए कल्याण बैल्फेयर बोर्ड की स्थापना की जाए। यदि सरकार उनकी सुनवाई नहीं करती हैं तो पूरे प्रदेश स्तर पर बड़े स्तर पर जन आक्रोश रैली की जाएगी और जिसमें संघ एकजुटता के साथ अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए सरकार को जगाएंगे। नेता मुकेश ने मदद करने की बात कही तो इसके बारे में आपका क्या कहना है। अब विस चुनाव के दिन हैं हमारा राजनीति से कुछ लेना देना नहीं हैं। हमारी सिर्फ और सिर्फ यह राेजी रोटी और अपने हकों की लड़ाई हैं। बाद में देखेंगे कि किसने हमारा साथ दिया और किसके साथ्ज्ञ जाएंगे। लेकिन जब तक हमें अपने हक नहीं मिल जाते , तब तक चुप नहीं बैठेंगे। ट्रक यूनियन अम्ब के उपाध्यक्ष ने कहा कि अपना ट्रक खुद चलाता हूं। ब्याज व पैनल्टी माफ कर दिया जाएगा। मंत्री ने आशवासन भी दिया लेकिन हुआ कुछ नहीं। यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तो पूरे हिमाचल प्रदेश में अपने परिवाराें समेत धरना-प्रदर्शन् करेंगे। इस मौके पर सिटी पुलिस चौकी व यातायात पुलिस की टीम ने रैली के दौरान यातायात बाधित ना हो इसके लिए व्यापत प्रबंध किए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

Phone icon
Call Us
Contact us!
WhatsApp icon
Caht US