कभी मनाली से चली थी देश की सरकार
स्वर्गीय प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जयंती विशेष
प्रिंट स्टोरीज ब्यूरो कुल्लू
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान मनाली स्थित लॉग हट से कई दिन देश की सरकार चलाई। उस जमाने बेहतर संचार सुविधा नहीं थी। नेहरू यहां इसलिए आए थे ताकि बॉर्डर की जानकारी जल्द उन तक पहुंच सके। इसी दौरान उन्होंने आजादी के दौरान जो पत्र इंदिरा गांधी को लिखे थे, उनको कंपाइल कर किताब ‘ए वंच ऑफ ओल्डज़ लेटर’ को प्रकाशित किया।

जानकार कहते हैं कि भारत-चीन युद्ध के दौरान यहां रुके नेहरू ने जिन बर्तनों, सामान का इस्तेमाल किया था, उसे अब प्रदर्शनी के लिए रखा है। मनाली-लेह मार्ग पर करीब छह किमी दूर एक जल कुंड से नेहरू को पानी लाया जाता था। बाद में उसका नाम नेहरू कुंड पड़ा। 1950 के दौरान ओल्ड हिमाचल के जिला कांग्रेस अध्यक्ष स्व. चरण दास डोगरा की बेटी रेणुका डोगरा का कहना है उनके पिता कहा करते थे कि पं. नेहरू आजादी से पहले भी कई बार यहां आए हैं। उनके पिता वकील थे और नेहरू के अच्छे मित्र थे। पिता जी ने बताया था कि नेहरू 1957, 58 और 59 में यहां आए थे।

तब विश्व के मानचित्र पर आया था मनाली
कहा जाता है कि पं नेहरू जब प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान मानाली आए थे, उस दौरान भारत और चीन का युद्ध चल रहा था। जिस पर पूरे विश्व के मीडिया की नजर थी। वहीं नेहरू के मनाली पहुंचने पर मीडिया भी यहां पहुंचा। उसी समय मनाली को देश और दुनिया में एक पहचान मिली थी।